Retirement Age Hike : अगर आप भी एक सरकारी कर्मचारी है तो आप सभी कर्मचारियों के लिए एक बहुत ही बड़ी खुशखबरी की खबर निकलकर आ रहा है। ऐसे में आप सभी को यह खबर अंत तक जरूर पढ़ लेना चाहिए। ऐसे में आइए जानते हैं नीचे की लेख में इस खबर के बारे में पूरी जानकारी विस्तार से।
बता दे कि जब भी सरकारी कर्मचारी की रिक्वायरमेंट होती है तो एक बड़ा खुशी का मौका होता है। इसीलिए सरकारी कर्मचारियों के रिटायर होने पर पार्टी और जश्न का माहौल भी होते हैं कर्मचारियों का रिटायरमेंट को लेकर अक्सर विवाद बना हुआ रहता है।
वही बहुत सारे व्यक्ति यह चाहते हैं कि कर्मचारियों की रिटायरमेंट उम्र को बढ़ा दिया जाए लेकिन बहुत सारे यह चाहते हैं कि रिटायरमेंट की उम्र को कम कर दिए जाएं। वही इसको लेकर वकालत चलता रहता है वही रिटायरमेंट की उम्र में बदलाव किए गए हैं। ऐसे में अब कर्मचारी 65 साल में रिटायर होंगे आईए जानते हैं क्या है पूरी खबर।
Retirement Age Hike :
आप सभी को बता दे कि उत्तराखंड सरकार की तरफ से विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवा वृद्धि की उम्र सीमा को बढ़ा दिए गए हैं। वहीं सेवा वृद्धि की उम्र अब 60 बरस से बढ़कर 65 वर्ष तक कर दिए गए हैं। बता दे की मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव डॉक्टर और राजेश कुमार जी की तरफ से शुक्रवार को बताए गए हैं की सेवानिवृत्ति की उम्र सीमा 5 साल बढ़ा दिए गए हैं। वहीं इस संबंध में आदेश भी जारी किए गए हैं।
Retirement Age Hike : प्रदेश भर में 550 विशेषज्ञ चिकित्साओं को मिलेगा इसका फायदा
बता दे कि उन्होंने कहे हैं की आयु सीमा में वृद्धि किए जाने से प्रदेश भर में 550 विशेषज्ञ चिकित्साकों को इसका लाभ मिलने वाला है। वही कुमार जी की तरफ से कह गए हैं कि सरकार के इस फैसले से प्रदेश में विशेषज्ञ चिकित्साकों की कमी दूर हो सकेंगे।
वहीं सुदूर गांव में भी उनकी सेवाएं मिल सकेगी बता दे की कुमार जी की तरफ से कह गए हैं कि प्रदेश की सरकार जनता को बेहतर सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है और प्रदेश में तेजी से स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार किए जा रहे हैं।
वहीं इसके अलावा उन्होंने कहे की इसी के तहत सरकार के तरफ से विशेषज्ञ चिकित्सकों को 5 साल की सेवा वृद्धि देने का फैसला भी किया गया है। वहीं सचिन की तरफ से बतलाए गए हैं कि 60 वर्ष की आयु पूर्ण करने के पश्चात किसी भी विशेषज्ञ चिकित्सक को प्रशासनिक एवं वित्तीय दायित्व नहीं दिया जाएगा और उनकी तैनाती मुख्य परामर्शदाता के रूप में उन्हें ही विधा के उपलब्ध रिक्त पदों पर किए जाएंगे।
वहीं उन्होंने बतलाए की ऐसी चिकित्सा अधिकारी को अग्रनेत्र पदोन्नति प्रधान नहीं किए जाएंगे। जबकि चिकित्सा को वेतन वृद्धि एवं अन्य सेवाओं का फायदा मिलते रहेंगे एवं सेवा निवृत्ति पर राजकीय कमी को भांति ही नियमानुसार मिलेंगे।