RBI New Rules : भारतीय रिजर्व बैंक समय-समय पर बैंक ग्राहकों के लिए नए-नए अपडेट जारी करता रहता है, इसके साथ ही बैंकिंग सेक्टर को और भी मजबूत बनाने के लिए नए-नए कदम उठाता है। आप सभी को बता दे कि आरबीआई की तरफ से बैंकों को दिए गए हैं सख्त निर्देश, इसके बाद लाखों ग्राहकों के बैंक अकाउंट बंद हो जाएंगे। आईए जानते हैं क्या है पूरी खबर।
RBI New Rules : आरबीआई ने दिया बैंकों को सख्त निर्देश, ऐसे बैंक अकाउंट हो जाएंगे बंद
पिछले एक से दो साल में देशभर में निष्क्रिय पड़े खातों से धोखाधड़ी और फ्रॉड का मामला सबसे ज्यादा देखने को मिला है। फ्रॉड करने वाली निष्क्रिय पड़े बैंक खाता का इस्तेमाल करके और इनमें बैंकिंग फ्रॉड के शिकार ग्राहकों के खाते से राशि ट्रांसफर किया है।
केंद्रीय बैंक की तरफ से यह मामला को सबसे ज्यादा गंभीरता से लिया गया है और बैंकों को निष्क्रिय बैंक खाते और उनकी जमा राशि के इस्तेमाल को लेकर नए नियम को तैयार करने का फैसला किया गया है। आरबीआई की तरफ से पिछले हफ्ते ही इस नियम को जारी किया गया है और आम जनता से इस पर राय मांगी है।
RBI New Rules : इस चीज को समस्या के तौर पर देख रहा है आरबीआई
लोगों के सुझाव को हासिल करने के बाद आने वाले 6 महीने के दौरान नए नियम को लागू करने की संभावना जताई जा रही है, जो भी निष्क्रिय बैंक खाता है उनकी निगरानी को लेकर बैंक के सबसे ज्यादा सतर्क रहेगी। नए नियम के अनुसार बैंक में निष्क्रिय बैंक खातों की निगरानी को लेकर कोई दिलाए नहीं दिखा सकता है। अब उन्हें इन खातों को लगातार निगरानी करना होगा और प्रत्येक वर्ष उनकी समीक्षा भी करना होगा। 2 सालों तक बैंक ग्राहक के तरफ से कोई लेनदेन नहीं होने पर ही बैंक खाते को निष्क्रिय कर दिया जाएगा।
नवंबर 2024 के आंकड़े के अनुसार निष्क्रिय खातों की संख्या
बता दे की नवंबर 2024 में आंकड़े के अनुसार सिर्फ प्रधानमंत्री जनधन योजना (PM Jandhan Yojana) के तहत निष्क्रिय खाते की संख्या 11.30 करोड़ है। इसके अलावा दूसरे शब्दों में कहीं तो प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत जितने भी बैंक अकाउंट खोले जाते हैं उनमें से प्रत्येक 5 से 6 बैंक खातों में एक निष्क्रिय हो जाता है। और आरबीआई इसे एक बड़ी समस्या के तौर पर भी देख रहा है।
बैंकों के वेबसाइट पर निष्क्रिय खातों का ब्यौरा डालने का काम किया गया शुरू
पिछले साल जनवरी और नवंबर महीने में RBI ने सभी बैंक से यह आग्रह किया था कि बैंक जल्द से जल्द निष्क्रिय खातों (Inactive Account) की संख्या घटा दे, इन बैंक खातों के ग्राहक तक पहुंचाने के लिए या इन खातों के नामित व्यक्तियों तक पहुंचाने के लिए विशेष अभियान भी बैंक के तरफ से चलाया जाए। बैंक के स्तर पर कुछ काम भी किया गया है।
बता दे की कुछ बैंक ऐसे हैं जो अपनी वेबसाइट पर इन खातों का ब्यौरा भी डालना शुरू कर दिया है, लेकिन निष्क्रिय खातों (Bank Inactive Account) की संख्या में कोई खास कमी नहीं देखा जा रहा है। इसके अलावा दूसरी तरफ ऑनलाइन फ्रॉड करने वाले साथी जिरोली की नजर इन बैंक खातों पर टिका हुआ है।
RBI की तरफ से यह कहा गया है कि निष्क्रिय बैंक खाता पर अलग से नजर रखा गया है और उन्हें सामान्य बैंक के खातों में से अलग रखना चाहिए ताकि फ्रॉड की किसी भी तरह की कोई संभावना न हो। अगर निष्क्रिय बैंक खाता को फिर से सक्रिय कर दिया जाता है तब भी बैंक को कोई हम निर्देश दिया गया है कि वह चुपचाप काम से कम 6 महीने इन बैंक खातों के लेनदेन पर कड़ी नजर रखें। इन खातों में जमा राशि का अलग से आडी…टग की बात भी कही गई है आरबीआई के नए नियम के अनुसार बैंकों के यह जिम्मेदारी को बढ़ाया गया है।
बैंकों को दिया गया हर विकल्प को आजमाने का निर्देश।
सभी बैंकों का यह निर्देश दिए गए हैं कि उन सभी बैंकों के खाते की सलाह में निगरानी किया जाए जिम 1 साल या फिर उससे अधिक समय से कोई लेनदेन नहीं हुआ हो। इसके बाद बैंक के तरफ से हर मुमकिन को कोशिश किया जाए कि बैंक ग्राहक से संपर्क किया जा सके। इसके लिए पत्र लिखने से लेकर ई-मेल करने जैसे हर विकल्प को अब जमाने का निर्देश भी दिए गए हैं। ग्राहकों को बैंक के बताया कि अगर निश्चित अवधि के दौरान उन्होंने लेनदेन नहीं किया है या फिर बैंकों को सूचना नहीं दिया है तो उनके खातों को निष्क्रिय कर दिया जाएगा।
अगर जवाबी तौर पर पत्र वापस आ जाता है या बैंक ग्राहक की तरफ से कोई सूचना नहीं मिलता है तो बैंक के तरफ से उसे खाताधारक की पहचान करने के लिए अलग से टीम बैठाई जाएगी। इसके अलावा अगर बैंक ग्राहक की मौत हो जाती है तो उसके नामित व्यक्ति की पहचान करने की प्रक्रिया शुरू होगी। अगर खाता धारक खाते को संचालित नहीं करने की सूचना दे देता है तो उनसे निष्क्रिय खाता नहीं घोषित किया जाएगा। लेकिन इसके अलावा बैंक को सूचना देने के बावजूद एक वर्ष और खाता संचालित नहीं करता है तो फिर एक वर्ष के बाद वह खाता निष्क्रिय घोषित कर दिया जाएगा।