Gold Price Today : शादियों की सीजन चल रहा है इसी बीच सोने की कीमतों में लगातार गिरावट हो रहा है। बता दे कि आज देश और विदेश दोनों में सोने में बड़ी गिरावट देखने को मिले हैं। आपको बता दें कि अंतरराष्ट्रीय मार्केट में सपोर्ट गोल्ड 0.6 प्रतिशत फिसल कर 3307.72 डॉलर प्रति औंस पर आ गए हैं। वही इस गोल्ड फ्यूचर्स 0.8 प्रतिशत से लुढ़ककर 3327.50 डॉलर प्रति औंस पर चल रहे थे। वही इधर इंडिया में कमोडिटी एक्सचेंज एमसीएक्स में गोल्ड फ्यूचर्स में बड़ी गिरावट देखने को मिले हैं। आपको बता दे की 11:45 बजे गोल्ड फ्यूचर्स 445 यानी 0.47 प्रतिशत की गिरावट के साथ 96718 रुपए प्रति 10 ग्राम चल रहे थे। आईए और जानते हैं नीचे की लेख में पूरी जानकारी विस्तार से।
अमेरिका और चीन की बातचीत पर नज़रें
आप सभी को बता दें कि इस पाठ का कहना है कि अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ को लेकर लंदन में बातचीत चल रहे हैं। वहीं पहले दिन की बातचीत अच्छी रहने की खबर निकालकर आए हैं। वहीं उधर डॉलर इंडेक्स मजबूती देखे जा रहे हैं वही यह 0.3% चढ़ा है। बता देंगे डॉलर के मजबूत होने से दूसरी ई में गोल्ड खरीदना मांगा हो जाता है। वहीं इसका असर गोल्ड की कीमतें (Gold Price Today) पर देखने को मिलता है। बता दे की एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर अमेरिका और चीन के बीच बातचीत सफल रहते हैं तो गोल्ड की चमक फीकी पड़ सकता है। आईए और जानते हैं नीचे की लेख में पूरी जानकारी विस्तार से।
अमेरिका में इंफ्लेशन बढा तो गोल्ड की चाल बदल सकता है
बता दें कि एनालिटिक्स की नजरे अमेरिकी में इंफिनिक्स के डाटा पर भी है। वही यह डाटा 11 जून को आएगा वहीं के केसीएम ट्रेड के चीफ मार्केट एनालिस्ट टीम वाटरर ने कहीं की अगर अमेरिका में इंफेक्शन अधिक बढ़ता है तो इससे गोल्ड की डिमांड बढ़ेंगे। वहीं इससे उसकी कीमतों में उछाल देखने को भी मिल सकते हैं। वहीं गोल्ड का प्रदर्शन आमतौर पर तब बेहतर होता है। जब दुनिया में उथपुथल की स्थिति होते हैं। वही इंटरेस्ट रेट्स में कमी के माहौल में भी गोल्ड की चमक बढ़ जाते हैं।
अप्रैल में गोल्ड की कीमत रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए थे
आपको बता दें कि गोल्ड की कीमतों पर अमेरिका चीन की बातचीत के नतीजे का असर देखने को पड़ेगा। वहीं अगर दोनों देशों में डील हो जाते हैं तो सोने पर गिरावट का दबाव बढ़ सकते हैं। ऐसे में कीमत 3300 से नीचे फिसल सकते हैं। वही अप्रैल में सोने ने ऊंचाई का नया रिकॉर्ड बनाए थे। तब कीमतें 3500 प्रति औंस तक पहुंच गए थे। अब ऐसे में इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन के वाइस प्रेसिडेंट अक्ष कंबोज ने कहीं की केंद्रीय बैंकों की गोल्ड की लगातार खरीदारी के बावजूद इसकी कीमतें गिर रहे हैं। वहीं अब नजरे अमेरिका चीन की बातचीत और अमेरिका में इंफ्लेशन के डाटा पर टिके हैं।
शॉर्ट टर्म में दबाव रह सकते हैं जारी
बता दे की शॉर्ट टर्म में गोल्ड की कीमतों में गिरावट देखें जा सकते हैं। ऐसे में कीमत 3300 के नीचे आ सकते हैं वही इन्वेस्टर्स को अमेरिका – चीन की बातचीत के नतीजो और अमेरिका में रिटेल इंफ्लेशन के डाटा पर नजर रखने की जरूरत है। वहीं पिछले 1 से 2 सालों में गोल्ड का रिटर्न शानदार रहे हैं। वही इसने दूसरे एसिड क्लास से ज्यादा रिटर्न दिए हैं। वहीं इस साल या नहीं 2025 में अब तक गोल्ड का प्रदर्शन अच्छा देखने को मिल रहे हैं।